साल 2022 में कई खिलाड़ियों ने अपना और देश का नाम रोशन किया

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली : साल 2022 में कई बड़ी प्रतियोगिताएं हुईं। कॉमनवेल्थ गेम्स से लेकर फीफा वर्ल्ड कप तक कई खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर अपना और अपने देश का नाम रोशन किया है। इस दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में भी अपना जलवा दिखाया।
ओलिंपिक में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले नीरज चोपड़ा ने 2022 में भी भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंने इसी साल ओरेगॉन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाला फेंक में रजत पदक जीता था।
वह विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले अंजू बॉबी के बाद केवल दूसरे भारतीय बने। एंडू बॉबी ने 2003 में लंबी कूद में कांस्य पदक जीता था। नीरज ने इस प्रतियोगिता में 88.13 मीटर भाला फेंका।
इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले एंडरसन पीटर्स ने 90.54 मीटर भाला फेंका। इसके बाद उन्होंने डायमंड लीग में भी गोल्ड मेडल हासिल किया। उन्होंने डायमंड लीग के फाइनल में 88.44 मीटर भाला फेंका। वह इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भी बने।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने भी इस साल दमदार प्रदर्शन कर सबका ध्यान खींचा। भारतीय बैडमिंटन टीम ने इस साल पहली बार थॉमस कप जीता। उसने फाइनल में इंडोनेशिया को 3-0 से हराया। इस टूर्नामेंट में भारत के लिए लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय, किदांबी श्रीकांत, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने दमदार प्रदर्शन किया।
साथ ही युवा लक्ष्य सेन ने भी इस साल अच्छा खेल दिखाया और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। वह उसी वर्ष जर्मन ओपन के फाइनल में भी पहुंचे, उन्होंने टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और शीर्ष वरीयता प्राप्त विक्टर एक्सेलसेन को हराया।
वहीं, लक्ष्य प्रकाश पादुकोण और गोपीचंद के बाद ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के फाइनल में खेलने वाले तीसरे भारतीय बने।
लक्ष्य के अलावा एचएस प्रणय ने भी इस साल अच्छा प्रदर्शन किया। वह इस साल वर्ल्ड टूर फाइनल्स में खेलने वाले इकलौते भारतीय खिलाड़ी भी थे। साथ ही सात्विक और चिराग की जोड़ी ने भी इस साल कमाल किया। उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। इसके साथ ही उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में भारत को कांस्य पदक जिताने में मदद की। यह इस आयोजन में भारत का पहला पुरुष युगल पदक था। साथ ही वे फ्रेंच ओपन जीतने वाली पहली भारतीय जोड़ी भी बनीं।
भारत ने इस साल के राष्ट्रमंडल खेलों में कुल 61 पदक जीते, जिसमें 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक शामिल हैं। 3000 मीटर स्टीपलचेज में अविनाश साबले, लंबी कूद में मुरली श्रीशंकर, ट्रिपल जंप में एल्डस पॉल, ऊंची कूद में तेजस्विनी शंकर ने भी इस आयोजन के दौरान नए रिकॉर्ड बनाए।
इसी टूर्नामेंट में टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरथ कमल ने बेहतरीन खेल दिखाकर सभी को हैरान कर दिया। 40 वर्षीय अचंता शरथ कमल ने एकल, युगल और मिश्रित तीनों स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते।
बजरंग पुनिया ने इसी साल सितंबर में हुई वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में 65 किग्रा कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। पुरुषों की श्रेणी में, इस आयोजन में भारत का एकमात्र पदक कुल मिलाकर भारत का दूसरा पदक था। विनेश फोगट ने भी महिला वर्ग में कांस्य पदक जीता। बजरंग ने कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था।
हॉकी टीम भी अभी अच्छा खेल रही है। पिछले साल ओलंपिक पदक जीतने के बाद पुरुष हॉकी टीम ने इस साल राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था। फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया से हारने से उन्हें झटका लगा था। अब हॉकी टीम अगले साल जनवरी में भारत में होने वाले हॉकी वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुटी है।